लेकिन सभी अपूर्तियाँ ऐसी सरल और स्पष्ट रूप से अभिज्ञेय आपूर्ति नहीं होगी। कुछ आपूर्तियां वस्तुओं अथवा सेवाओं अथवा वस्तुओं एवं सेवाओं, दोनों का संयोजन होंगी। आपूर्ति में दिए गए प्रत्येक घटक कर की भिन्न-भिन्न दरों को आकर्त कर सकता है। ऐसी आपूर्तियों पर लगाई गई कर की दर आपूर्ति के वर्गीकरण के संबंध में समस्या पैदा कर सकती है। इस कारण से, जीएसटी कानून संयुक्त आपूर्तियों और मिश्रित आपूर्तियों की पहचान करता है और ऐसी आपूर्तियों के लिए जीएसटी के अंतर्गत कर निवारण के संबंध में निश्चितता प्रदान करता है।
जीएसटी के अंतर्गत संयुक्त आपूर्ति
जीएसटी के अंतर्गत, संयुक्त आपूर्ति से तात्पर्य कर देने वाले व्यक्ति द्वारा प्राप्तकर्ता को दी गई ऐसी आपूर्ति से है जिसमें वस्तुओं अथवा सेवाओं अथवा दोनों की दो या अधिक कर योग्य आपूर्ति शामिल है अथवा उनका ऐसा संयोजन है, जिसमें व्यवसाय के क्रम में सामान्यत: एक दसरे के साथ स्वभाविक रूप से बंडल की गई तथा आपूर्ति शामिल है जिसमें से एक प्रमुख आपूर्ति है। उदाहरण: जहां सामान पैक किया जाता है और बीमा के सहित पहुंचाया जाता है, वहां माल की आपूर्ति, पैकिंग सामग्री, परिवहन और बीमा एक संयुक्त आपूर्ति है और माल की आपूर्ति एक प्रधान आपूर्ति है। कार्य अनुबंध और रेस्तरां सेवाएं संयुक्त आपूर्ति का श्रेष्ठ उदाहरण हैं, हालांकि जीएसटी अधिनियम दोनों को सेवाओं की आपूर्ति के रूप में पहचानता है और ऐसी सेवाओं के लिए कर की उल्लिखित विशिष्ट दर देय है। (कार्य अनुबंध और रेस्तरां) मिश्रित आपूर्ति (उपरोक्त दो श्रेणियों के अलावा) के संबंध में, एक संयुक्त रूप में आपूर्ति को निर्धारित करने की आवश्यकता उत्पन्न होगी, ताकि उचित वर्गीकरण निर्धारित किया जा सके । यह निर्धारित करना आवश्यक होगा कि क्या एक विशेष आपूर्ति , व्यवसाय के सामान्य चलन में सहज बंडल के रूप में हो सकती है और इस तरह की संयुक्त आपूर्ति में मुख्य आपूर्ति क्या है। जीएसटी के अंतर्गत संयुक्त आपूर्ति की अवधारणा मौजूदा सेवा कर व्यवस्था में प्रचलित सहज रूप से बंडल के रूप में सेवाओं की अवधारणा के समान है। इस अवधारणा को वर्ष 2012 में सीबीईसी द्वारा जारी शिक्षा गाइड में स्पष्ट किया गया था। ‘बंडल के रूप में सेवा ‘ का अर्थ है विभिन्न सेवाओं के प्रावधान का एक पुलिंदा जिसमें एक सेवा के प्रावधान का घटक, किसी अन्य सेवा या सेवाओं के प्रावधान के घटक या घटकों के साथ मिलाया जाता है। ‘बंडल के रूप में सेवा’ का एक उदाहरण एयरलाइंस द्वारा प्रदान की जाने वाली हवाई परिवहन सेवाएं हो सकती है, जिसमें हवाई जहाज़ से यात्री के परिवहन का एक घटक ऑन बोर्ड खानपान सेवा के प्रावधान के घटक के साथ मिलाया जाता है। प्रत्येक सेवा मंऑ सेवा कर लगाने के उद्देश्य से दो सेवाओं के मूल्य निर्धारण के तरीको के रूप में अंतर उपचार शामिल है। नियम यह है कि – यदि ‘बंडल सेवा के विभिन्न घटकों को स्वाभाविक रूप से व्यवसाय के सामान्य तरीके में बंडल बनाया जाता है, तो इसे एकल सेवा के प्रावधान के रूप में माना जाएगा जो इस तरह के बंडल को अपनी मौलिक विशेषता देता है। उदाहरण:
एक होटल नाश्ते की सुविधा के साथ 4-दिन/3-रात का पैकेज प्रदान करता है। यह व्यवसाय की सामान्य प्रक्रिया में सामूहिक रूप से दी गई सेवाएं है। होटल की आवास सेवा में अन्य आवश्यक सेवाएं भी शामिल है और इसलिए इसे होटल आवास में प्रदान की जाने वाली सेवाओं के रूप में माना जाएगा।एक एकमुश्त पैकेज पर 100 प्रतिनिधियों के सम्मेलन के लिए 5 सितारा होटल निम्नलिखित सुविधाओं के साथ बुक किया जाता है: प्रतिनिधियों के लिए आवास प्रतिनिधियों के लिए नाश्ता सम्मेलन के दौरान चाय और कॉफी प्रतिनिधियों के लिए फिटनेस रूम तक पहुंच सम्मेलन कक्ष की सुविधा व्यवसाय केंद
यह स्पष्ट है कि सेवाओं के समूह के रूप में दी जा रही कई सेवाओं के लिए करों की प्रभावी दरें अलग-अलग है। उनमें से कोई भी अलग-अलग घटक के रूप में सेवा के अनिवार्य लक्षण देने में असमर्थ है। यदि उस सेवा को सम्मेलन सेवा के रूप में उल्लिखित किया जाए तो यह पैकेज की सभी आवश्यकताओं को शामिल करने में समर्थ है इसलिए इस सेवा को सम्मेलन सेवा के रूप में माना जा सकता है और उस पर पूरी दर से कर लगाया जाए। तथापि यह पूरी तरह से न्यायसंगत होगा कि होटल सेवाओं के लिए अलग-अलग प्रभार ले जब तक कि एक सेवा के मूल्य को किसी दसरी ऐसी सेवा पर न डाला जाये जोकि रियायती दर पर दी जा रहो हो। क्या सेवाएं व्यवसाय के सामान्य प्रक्रिया में एक साथ बंडलबद्ध की गई हैं यह इस पर निर्भर होगा कि वे सेवाएं जिस व्यवसाय से संबंधित है उस क्षेत्र में सामान्य तथा आवर्ती प्रथाएं क्या हैं? इस प्रकार व्यवसाय में सामान्य एवं आवर्ती प्रथाएं कई प्रकार के संके तकों से निश्चित की जा सकती हैं जिनमें से कुछ नीचे सूचीबद्ध है:
उपभोक्ता अथवा सेवा प्राप्त करने वाले का दृष्टिकोण – यदि सेवा प्राप्त करने वालों की बड़ी संख्या सेवाओं के इस प्रकार के बंडल को एक पैकेज के रूप में दी जाने वाली सेवाओं के रूप में स्वीकार करती है तो ऐसे पैकेज को व्यवसाय की सामान्य प्रक्रिया में स्वभाविक रुप से बंडल किए गए रूप में माना जा सकता है।व्यवसाय के किसी विशेष क्षेत्र में अधिकांश सेवा प्रदाता उसी प्रकार की सेवाओं को बंडल के रूप में दे रहे हों। उदाहरण के लिए अधिकांश एयरलाइन द्वारा ऑन बोर्ड के टरिगं सेवाएं वायु द्वारा परिवहन सेवाओं के बंडल के रुप में दी जाती है।सामूहिक सेवाओं में आने वाली विभिन्न सेवाओं की प्रकृति यह निर्धारित करेगी कि वे सामान्य व्यापार की श्रेणी में आने वाली सेवा है या नहीं। यदि सेवाओं की प्रकृति ऐसी है कि सेवाओं में से एक मुख्य सेवा है और ऐसी सेवाओं से जुड़ी अन्य सेवाएं प्रासंगिक या सहायक सेवाओं की प्रकृति हैं जो मुख्य सेवा के बेहतर उपयोग में सहायता करती हैं। उदाहरण के लिए, होटल में रहने की सेवा को अक्सर सेवा या प्रति दिन 3-4 कपड़ों की नि:शुल्क लॉन्डरिगं के साथ जोड़ा जाता है ऐसी सेवाएं होटल के आवास के प्रावधान की सहायक सेवाएं होती है और परिणामस्वरूप पैकेज को व्यापार की सामान्य श्रेणी के रूप में माना जाएगा।अन्य दृष्टांत संकेतक, निर्णायक नहीं, बल्कि व्यापार की सामान्य प्रक्रिया में सेवाओं की बंडलिगं के सूचक हैं।एक ही कीमत है या ग्राहक समान राशि का भुगतान करता है, इससे कोई अंतर नहीं पड़ता कि कितना वह वास्तव में कितना पैकेज प्राप्त या उपयोग करता है।तत्वों को आम तौर पर एक पैकेज के रूप में विज्ञापित किया जाता है।विभिन्न घटक अलग से उपलब्ध नहीं हविभिन्न घटक एक संयुक्त आपूर्ति के अभिन्न अंग हैं – अगर एक या अधिक निकाल दिए जाते हैं, तो आपूर्ति की प्रकृति प्रभावित हो सकती है।
कोई सेवा स्वाभाविक रूप से व्यापार के सामान्य श्रेणी में आ रही है अथवा नहीं, इसके लिए कोई सीधा फॉर्मूला निर्मूर्धारित नहीं किया जा सकता है। प्रत्येक मामले को व्यक्तिगत रूप से कई कारकों की पष्ठभूमि में जांचना होगा, जिनमें से कुछ ऊपर उल्लिखित हैं। उपर्युकर्यु्त सिद्दांतों के प्रकाश में, स्वभाविक रूप से बंडल की गई सेवाओं में क्या शामिल है, इससे यह निर्णय लेने में सहायता मिलेगी क्या कोई विशिष्ट आपूर्ति जीएसटी के अंतर्गत संयुक्त आपूर्ति में शामिल है अथवा नहीं और यदि है तो प्रिंसिपल आपूर्ति किससे बनती है ताकि यह निर्धारित किया जा सकें कि इस प्रकार की संयुक्त आपूर्ति का सही वर्गीकरण क्या होगा और उस पर कर की दर क्या होगी, इसके प्रकाश में उपर्युकर्यु्त सिद्धांत स्पष्ट किए गए है।
मिश्रित आपूर्ति
जीएसटी के अंतर्गत, एक मिश्रित आपूर्ति का अर्थ दो अथवा अधिक वस्तु ओं एवं सेवाओं की आपूर्ति, अथवा उसके कोई संयोजन, एक कर योग्य व्यक्ति द्वारा एक दसरे के साथ संयोजन के रूप में, एकल मूल्य पर किया जाता है, जहां ऐसी आपूर्ति एक संयुक्त आपूर्ति की श्रेणी में नहीं आती है; उदाहरण: एक पैकेज की आपूर्ति जिसमें डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, मिठाई, चॉकलेट, केक, ड्राई फ्रूट, एरियेटिड पेय और फलों के रस की आपूर्ति एक मूल्य पर की जाती है, तो यह एक मिश्रित आपूर्ति है। इनमें से प्रत्येक मद की अलग से आपूर्ति की जा सकती है और यह किसी अन्य मद पर निर्भर नहीं है। यदि इन मदों की अलग से आपूर्ति की जाती है तो यह मिश्रित आपूर्ति नहीं होगी। कोई विशेष आपूर्ति मिश्रित आपूर्ति है या नहीं यह पहचानने के लिए, अपेक्षित पहली शर्त है कि यह आपूर्ति एक संयुक्त आपूर्ति नहीं है। एक आपूर्ति मिश्रित आपूर्ति तब हो सकती है जब वह संयुक्त आपूर्ति नहीं होगी। परिणामत: यह कहा जा सकता है कि लेनदेन में यदि व्यवसाय की सामान्य प्रक्रिया में स्वभाविक रूप से बंडल की गई आपूर्ति शामिल न हो तो यह मिश्रित आपूर्ति होगी। एक बार जब एक संयकु्त आपूर्ति के रूप में लेनदेन की योग्यता को अस्वीकार कर दिया जाता है, तो यह एक मिश्रित आपूर्ति होगी, जो उच्चतम दर के टैक्स को आकर्त कर षि ने वाली वस्तु ओं एवं सेवाओं की आपूर्ति के अनुसार वर्गीकृत है। सीबीईसी की शिक्षा गाइड में दिया गया निम्नलिखित उदाहरण उपर्युक्त सेवाओं की मिश्रित आपूर्ति की दिशा में एक सूचक हो सकता है: एक घर किराए पर दिया जाता है जिसकी पहली मंजिल का उपयोग रहने के लिए किया जाना है और दसरी मंजिल का छपाई प्रेस के लिए किया जाना है। इस तरह से दो अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किराए पर देना स्वाभाविक रूप से व्यापार का सामान्य श्रेणी समूह नहीं है। इसलिए, यदि कोई एकल किराया विलेख किया जाता है तो इसे सेवा के रूप में माना जाएगा जिसमें पूरी तरह से ऐसी सेवा होगी जो सेवा कर की अधिकतम देयता को आकर्षित करती है। इस मामले में निवास उपयोग के लिए किराए की क्रिया एक नकारात्मक सू ची सेवा है, जबकि गैर-निवास उपयोग के लिए किराए पर कर प्रभार्य है। चूंकि उत्तरार्द्ध श्रेणी एक साथ समूहगत दी गई दो सेवाओं के मध्य सेवा कर की अधिकतम देयता को आकर्षित करती है, इसलिए पूरे समूह को वाणिज्यिक संपत्ति के किराए के रूप में माना जाएगा।
संयुक्त और मिश्रित आपूर्तियों पर कर देयता का निर्धारण
मिश्रित या संयुक्त आपूर्ति पर कर देयता का निर्धारण निम्नलिखित तरीको से होगा, नामत: (क) एक संयुक्त आपूर्ति में दो या अधिक आपूर्तियां शामिल होती है, जिनमें से एक मुख्य आपूर्ति है, इस तरह की मुख्य आपूर्ति को आपूर्ति माना जाएगा | (ख) दो या अधिक आपूर्तियो वाली मिश्रित आपूर्ति को उस विशेष आपूर्ति की आपूर्ति के रूप में माना जाएगा जो कर की उच्चतम दर को आकर्त करती है
संयुक्त आपूर्ति के मामले में आपूर्ति का समय
यदि संयुक्त आपूर्ति में मुख्य आपूर्ति के रूप में सेवाओं की आपूर्ति शामिल होती है, तो इस तरह की संयुक्त आपूर्ति सेवाओं की आपूर्ति के रूप में योग्य होगी और तदनुसार सेवाओं की आपूर्ति के समय से संबंधित प्रावधान लागू होंगे। वैकल्पिक रूप से, यदि संयुक्त आपूर्ति में मुख्य आपूर्ति वस्तु की आपूर्ति के रूप में शामिल है, तो इस तरह की संयुक्त आपूर्ति माल की आपूर्ति के रूप में योग्य होगी और तदनुसार, माल की आपूर्ति के समय से संबंधित प्रावधान लागू होंगे।
मिश्रित आपूर्ति के मामले में आपूर्ति का समय
मिश्रित आपूर्ति, यदि किसी अन्य घटक की आपूर्ति की तुलना में उच्च दरों पर कर की देयता वाली सेवा की आपूर्ति शामिल है, तो ऐसी मिश्रित आपूर्ति सेवा आपूर्ति के रूप में योग्य होगी और तदनुसार सेवाओं की आपूर्ति के समय से संबंधित प्रावधान लागू होंगे। वैकल्पिक रूप से, मिश्रित आपूर्ति , यदि किसी अन्य घटक की आपूर्ति की तुलना में उच्च दरों पर कर की देयता वाली वस्तुओं की आपूर्ति शामिल है, तो ऐसी मिश्रित आपूर्ति वस्तुओं की आपूर्ति के रूप में योग्य होगी और तदनुसार वस्तुओं की आपूर्ति के समय से संबंधित प्रावधान लागू होंगे। Recommended Articles